जब भी दुनिया में बिजनेस के क्षेत्र में शीर्ष महिलाओं का नाम लिया जाता है तो उनमें एक नाम आता है --इंदिरा नूयी का। इंदिरा कृष्णमूर्ति नूयी, फ़ूड एंड वैवरेज में विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक पप्सिको की पहली महिला CEO यानि मुख्य कार्यकारी अधिकारी रही है। पद्म भूषण से सम्मानित,भारत के एक साधारण परिवार में पली बढ़ी इंदिरा ने असीम ऊंचाइयों को छुआ है। ऐसे में उनकी जिंदगी के सफर को जानना बहुत दिलचस्प और प्रेरणादायक होगा।
इंदिरा का जन्म भारत के तमिलनाडु राज्य के चेन्नई में एक मध्यम वर्गीय और परम्पराओं को मानने वाले परिवार में हुआ। इनकी प्रारम्भिक शिक्षा चेन्नई के ही स्कूल, कालेज में हुई ।बाद में IIM Calcutta से इन्होंने Masters degree ली। भारत में उन्होंने कई बड़ी कंपनियों में काम किया लेकिन उनके सपने बहुत ऊंचे थे वो कुछ और बड़ा करना चाहती थी इसलिए 1980 मे उन्होंने अमेरिका की Yale school of management से मास्टर डिग्री ली। उसके बाद उन्होंने विभिन्न कंपनियों में कई उच्च पदों पर कार्य किया।1994मे पेप्सीको ने उन्हें अपनी कंपनी में आने का आफर दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। अपनी कड़ी मेहनत और काम के प्रति समर्पण की वजह से वह 2006 में कंपनी की पहली महिला CEO बन गई। उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने पेप्सीको को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।
आज इंदिरा नूयी का नाम पूरा विश्व जानता है। वह कई सालों तक Most powerful women in business की रैंकिंग में नंबर वन पर रहीं है। वह सही मायने में हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं जिहोंने देश- दुनिया में खुद को इस दर्जे पर पहुंचा कर साबित किया है कि महिलाएं किसी से कम नहीं होती।
इस दुनिया में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है, जरूरत है तो बस एक ज़ज्बे की और होंसले की। तो फिर देर किस बात की है? एक लक्ष्य निर्धारित कीजिए और उसका तब तक पीछा कीजिए जब तक की उस तक पहुंच नहीं जाते, करेंगे ना ? शुभकामनाएं!!!